Motivation प्रेरणा kya hai ?

Motivation प्रेरणा क्या है – यह हमें किसी प्रभावशाली व्‍यक्ति के साथ बातचीत करने के बाद उत्‍साह देता है। इसमें शामिल हैं शारीरिक, भावनात्‍मक, सामाजिक एवं बोधकारी बल जो हमारे व्‍यवहार को सक्रिय बनाते हैं। इसे हमारे स्‍वाभाविक आचरण का कारक तत्‍व भी माना जा सकता है। यह एक ऐसा गुण है, जो हमें कुछ करने या कुछ न करने को प्रेरित करता है।”मॉटिवेशन” शब्‍द की उत्‍पत्ति 19वीं सदी के उत्तरार्द्ध में “मॉटिव” शब्‍द से हुई थी, जो “मूवरे” शब्‍द यानी “सक्रिय होने” से जुड़ा है।

Motivation प्रेरणा कहाँ से मिलती है?

हम सब कुछ कार्यों को काफी दिलचस्‍पी और उत्‍साह के साथ करते हैं। इस क्रम में हम एक सेकण्ड के लिए भी यह नहीं सोचते कि कोई क्‍या कहता है या क्‍या सोचता है। सम्भव है हमने कई ऐसे लोगों को देखा हो या हम ऐसे लोगों से मिले हों जो तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपने काम में पूरी तरह से तल्‍लीन रहते हैं। तो क्‍या हम कभी यह सोचते हैं कि वह क्‍या चीज है जो हमें या अन्‍य लोगों को किसी खास काम में इतनी तल्‍लीनता से जुटे रहने को प्रेरित करती है?

इसमें शक नहीं कि यह एक “आन्तरिक आवेग” होता है, जो हम सब को कोई खास काम पूरे मनोयोग के साथ करने और अपनी सर्वश्रेष्‍ठ कोशिश करने को विवश करता है। मनोविज्ञान की शब्‍दावली में हम इसे “प्रेरणा” या “मॉटिवेशन” कहते हैं। आपने इस शब्‍द का इस्‍तेमाल कुछ वाक्‍यों में अवश्‍य सुना होगा, मसलन “देखो वह कैसे प्रेरित होकर अपने काम में तल्‍लीन है!” या फिर “उसे इतना कठिन काम करते हुए देखकर काफी प्रेरणा मिलती है” या ऐसा ही काफी कुछ। तो यहां हम जो सबसे महत्‍वपूर्ण शब्‍द देखते हैं वह है “प्रेरणा”। पर वास्‍तव में इसका क्‍या अर्थ है?

Motivation प्रेरणा को समझने की कोशिश के दौरान हम जो बुनियादी सवाल उठा सकते हैं, वे इस प्रकार हैं:

  • वह क्‍या चीज है जो इंसान के व्‍यवहार में ऊर्जा का संचार करती है?
  • वह क्‍या चीज है जो ऐसे व्‍यवहार को एक दिशा देती है?
  • ऐसे व्‍यवहार को कैसे निरन्तर बरकरार या जारी रखा जाता है?

आखिर प्रेरित “क्‍यों” करें?

प्रेरणा क्‍यों महत्‍वपूर्ण है इसके कुछ कारण नीचे दिए गए हैं:

  • प्रेरणा से कर्मचारियों की भागीदारी एवं काम में उनकी सहभागिता में सुधार हो सकता है।
  • प्रेरणा महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि यह व्‍यक्ति के कार्य प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
  • प्रेरणा नई पहल करने में हमारी मदद करता है, क्‍योंकि किसी भी काम को पूरा करने के दौरान सबसे कठिन होता है उसे प्रारंभ करना।
  • यह विभिन्न कामों के दौरान और काम पूरा करने के लिए ऊर्जा का स्‍तर बनाए रखता है। कोई व्‍यक्ति यदि कुछ हासिल करना चाहता है तो उसकी मार्ग में कई बाधाएं आती हैं, जो उसे अपने लक्ष्‍य को हासिल करने से रोकती हैं। यदि उस व्‍यक्ति में प्रेरणा की कमी हो तो वह ऐसी बाधाओं से सामना होने पर आसानी से निरुत्साहित हो सकता है।
  • प्रेरणा या मॉटिवेशन हमें लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए “एक कदम आगे निकलकर कड़ी मेहनत करने” में हमारी मदद करता है। यह एक व्‍यक्ति को आवश्‍यकता से भी ज्‍यादा प्रयास करने को प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्‍यक्ति कुछ करने को प्रेरित या मॉटिवेटेड हो तो वह स्‍वेच्‍छा से इसके लिए काफी ज्‍यादा प्रयास करता है। उसके लिए जितना करना आवश्‍यक है, उससे भी कहीं ज्‍यादा।
  • प्रेरणा या मॉटिवेशन व्‍यक्ति को कठिन वक्‍त को भी सहने में सक्षम बनाता है और पूरी प्रक्रिया को आनन्ददायक बनाता है और इसका मतलब यह हुआ कि जब लोग प्रेरित होते हैं वे कष्‍ट में भी आनन्द महसूस करते हैं।

 प्रेरित “कैसे” करें

असल सवाल यह है कि हम कैसे प्रेरित कर सकते हैं या यूँ कहें कि अपने सहकर्मियों या अधीनस्थों को कैसे प्रेरित कर सकते हैं? इसके लिए आप खुद से निम्‍नलिखित में से कुछ सवाल कर सकते हैं, जिनसे किसी व्‍यक्ति को प्रेरित करने में मदद मिलती है:

  • किसी काम को अच्‍छे ढंग से करने के लिए क्‍या आप अपने सहकर्मियों की सराहना करते हैं?
  • क्‍या आप उन्‍हें विशेष रूप से और समय पर फीडबैक देते हैं?
  • क्‍या आप अपने सहकर्मी से मिलने और विचारों के आदान-प्रदान के लिए नियमित रूप से समय निकालते हैं?
  • क्‍या आप नए प्रयोगों या नए आइडिया को प्रोत्‍साहित और पुरस्‍कृत करते हैं?
  • क्‍या आप अपने सहकर्मियों के साथ अपने काम से सम्बन्धित सूचनाओं की साझेदारी नियमित रूप से करते हैं?
  • क्‍या आप अन्‍य सहकर्मियों को ऐसे फैसलों में शामिल करते हैं जिनसे वे प्रभावित होंगे?
  • क्‍या आप अपने सहकर्मियों में आपके द्वारा उन्‍हें दिए गए कार्यों को लेकर स्‍वामित्‍व की भावना देखते हैं?
  • क्‍या आप लोगों को नए हुनर सीखने का मौका देते हैं?
  • क्‍या आप किसी व्‍यक्ति/टीम की सफलता का जश्‍न मनाते हैं?
Motivation  प्रेरणा के बारे में कुछ दृष्टिकोण

प्रेरणा को लेकर कई प्रकार के दृष्टिकोण होते हैं। मनोवैज्ञानिकों ने इन दृष्टिकोणों के इर्द-गिर्द कई सिद्धान्त प्रतिपादित किए हैं। इनमें से कुछ सिद्धान्त और उनके फोकस एरिया का विवरण नीचे दिया गया है:

 

दृष्टिकोण

फोकस एरिया
व्‍यवहारमूलक ·    पुरस्‍कार व्‍यवहार के परिणाम होते हैं

·    प्रोत्‍साहन व्‍यवहार को प्रोत्‍साहित या हतोत्‍साहित करते हैं

मानवमूलक ·         व्‍यक्तिगत चुनाव पर जोर

·         इंसान की बुनियादी जरूरतें

·         आत्‍मबोध/आत्‍मनिर्णय

बोधमूलक ·         सोचने की प्रक्रिया पर जोर

·         आंतरिक प्रेरणा या इन्ट्रिंसिक मॉटिवेशन पर जोर

निष्‍कर्ष

प्रेरणा एक बार घटित होने वाली प्रक्रिया नहीं है। यह एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है जो किसी व्‍यक्ति को अपने लक्ष्‍य को हासिल करने में जुटे रहने की प्रेरणा देता है। यह लोगों को “कुछ अतिरिक्‍त करने” या किसी काम के लिए ईमानदारी से प्रयास करने को प्रेरित करता है। पर, प्रेरणा या मॉटिवेशन के विभिन्न कारक या संचालक तत्‍व होते हैं, जो किसी व्‍यक्ति की आन्तरिक बुनियादी जरूरतों से लेकर बाह्य बल तक कुछ भी हो सकते हैं। हमें प्रेरणा या मॉटिवेशन के इन संचालक तत्‍वों को उनके सन्दर्भ में समझने की आवश्‍यकता है। यह समझना भी महत्‍वपूर्ण है कि प्रेरणा या मॉटिवेशन ऐसा होना चाहिए जो किसी व्‍यक्ति के विकास में सहायक हो, न कि उसे कुन्द या बाधित करे।

 

 

By rstedu

This is Radhe Shyam Thawait; and working in the field of Education, Teaching and Academic Leadership for the last 35 years and currently working as a resource person in a national-level organization.

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