Leadership

Leadership Style in Hindi 

नेतृत्व शैली

एक नेतृत्व शैली Leadership Style एक अद्वितीय दृष्टिकोण एवं महत्वपूर्ण कौशल है जो नेतृत्वकर्त्ता द्वारा अपनी टीमों को प्रेरित करने, प्रभावित करने और मार्गदर्शन करने के लिए नियोजित किया जाता है। 

दुनियाभर में अलग-अलग नेतृत्व शैली Leadership Style अपनाने वाले लोग हैं, और वे सफल भी हैं। नेतृत्व (Leadership) एक खास तरह का दृष्टिकोण या कौशल नहीं है जो सभी परिस्थितियों में फिट बैठता हो।  यह लेख विभिन्न नेतृत्व शैलियों के बारे में जानकारी देते हुए यह भी बताएगी कि हमें अपनी अनूठी स्थिति में कैसे अनुकूलित किया जाए। जो विभिन्न शैलियों और उनके लाभों का एक विश्लेषण करती है। इससे आपको आपकी टीम के लिए एक सही नेतृत्व शैली का चयन करने में मदद होगी।

दरअसल नेतृत्व एक ऐसा क्षेत्र है जो अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग ढंग से काम करता है। क्योंकि जिन सदस्यों से टीम बनती है वे अलग-अलग दृष्टिकोण लिए हुए होते हैं। ऐसी स्थिति में कई बार परिस्थितियों के अनुसार एक ही नेतृत्वकर्ता को अलग-अलग शैलियाँ अपनानी पड़ती है।  इसके अलावा आपके लिए कौन सा नेतृत्व शैली ज्यादा बेहतर होगा इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका व्यवसाय / कार्य किस क्षेत्र से संबन्धित है। इस लेख में मुख्य रूप से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत हितधारकों के लिए किस तरह का नेतृत्व शैली अपनाई जानी चाहिए, के लिए एक आदर्श सुझाव भी प्रस्तुत करती है।

नेतृत्व की शैलियाँ Different Leadership Styles

लीडरशिप के कुछ महत्वपूर्ण एवं प्रसिद्ध शैलियाँ इस प्रकार है-

  1. प्रजातांत्रिक नेतृत्व शैली Democratic Leadership Style

यह शैली इस बात पर विश्वास करती है कि टीम के सभी सदस्यों में कोई न कोई क्षमता अवश्य होती है जो समावेशी व न्यायसंगत सिद्धान्त पर संचालित होती है तथा टीम के सदस्यों को मानव संसाधन के रूप में देखती है तथा एक लोकतान्त्रिक नेता लोगों की राय एवं प्रतिक्रिया के आधार पर निर्णय लेता है,  टीम के सदस्यों को निर्णय लेने में शामिल करते हैं क्योंकि सबकी राय मायने रखती है। इसमें मूल्य के रूप में ‘सहयोग एवं समूह कार्य’ (Team Work) को केंद्र में रखा जाता है जहां चर्चाओं को प्रोत्साहित किया जाता है और इस शैली की मुख्य विशेषता यह होती है कि नेतृत्वकर्त्ता सफलता का श्रेय सबसे पूरी टीम को देती है जबकि असफलता की ज़िम्मेदारी स्वयं को देता है।

NCERT के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण कुमार लोकतान्त्रिक नेतृत्व शैली के लिए जाने जाते हैं। जिनका विश्वास था कि फैसले लेने की प्रक्रिया में सभी हितधारकों की भागीदारी होनी चाहिए। यही कारण है कि उन्होंने अपने सहयोगियों के बीच खुली संचार, सहयोग एवं टीम वर्क को प्रोत्साहित किया। इसका परिणाम यह होता था कि लोग विशेषकर शिक्षा से जुड़े लोग उनके विचारों और सुझावों को सुनने के लिए तत्पर रहते थे। उनके नेतृत्वकाल की कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां थीं –

  • समावेशी शिक्षा के लिए कदम उठाना।
  • स्कूली शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए पाठ्यक्रम को अद्यतन करना।
  • शैक्षिक संगठनों के बीच सहयोग और उनके बीच नेटवर्किंग को प्रोत्साहित करना तथा
  • नई तकनीकी उपकरणों का उपयोग करते हुए शैक्षणिक संसाधनों का विकास करना।

इसी तरह से अनेक ख्याति प्राप्त लोग हैं जिन्होंने प्रजातांत्रिक नेतृत्व शैली पर विश्वास करते हैं।

  1. अहस्तक्षेप नेतृत्व शैली Laissez-Faire Leadership

Laissez-Faire Leadership नेतृत्व शैली को प्रजातांत्रिक नेतृत्व शैली से एक कदम आगे का नेतृत्व शैली Leadership Style कहा जा सकता है। इसमें नेतृत्वकर्त्ता द्वारा संस्था के लिए जाने वाले अधिकतम निर्णय सहायकों / सदस्यों को सौंपता है। इस शैली में नेतृत्वकर्त्ता अपने सहायकों / सदस्यों का मार्गदर्शन एवं दिशा देने के साथ-साथ वे स्वयं निर्णय लें इसकी स्वतन्त्रता प्रदान करता है। इसका आशय है कि यह नेतृत्व शैली “छोड़ दो” या “करने दो” के सिद्धान्त पर चलती है।

इस शैली के लिए आवश्यक शर्त यह हो जाता है कि टीम के सदस्य अत्यधिक कुशल, क्षमतावान एवं स्व-प्रेरित निर्णय लेने में सक्षम हों। भारत के महान वैज्ञानिक डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम इसी नेतृत्व शैली में विश्वास करते थे। वे अपनी टीम के सदस्यों को निर्णय लेने के अनेक अवसर उपलब्ध कराते थे, स्वतन्त्रता देते थे।

  1. निरंकुश नेतृत्व Autocratic Leadership

इसे प्रजातांत्रिक नेतृत्व शैली के विपरीत रूप में समझा जा सकता है। इसमें निर्णय नेतृत्वकर्त्ता स्वयं लेता है और टीम के सदस्यों को उसका पालन करने के लिए कहता है। इतिहास में बहुत से निरंकुश शासकों के उदाहरण मिलते हैं।

एडॉल्फ हिटलर, नाजी जर्मनी के पूर्व तानाशाह, निरंकुश नेतृत्व का एक चरम उदाहरण है। इसी तरह सिंगापुर के पहले प्रधान मंत्री ली कुआन यू, अपनी सत्तावादी नेतृत्व शैली के लिए जाने जाते थे।

  1. रणनीतिक नेतृत्व Strategic Leadership style

जब कोई लक्ष्य लंबे समय के लिए तय किया जाता है तो तो उसके लिए एक विस्तृत रणनीति तैयार की जाती है। इसमें इसी आधार पर अलग-अलग लोगों की क्षमताओं  एवं कौशलों को पहचान कर कार्यों को अंजाम दिया जाता है।

मैरी बारा, जनरल मोटर्स की सीईओ, महत्वपूर्ण परिवर्तन और परिवर्तन की अवधि के माध्यम से कंपनी को नेविगेट करने में अपने रणनीतिक नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं। इसी तरह र्सुला बर्न्स, ज़ेरॉक्स की पूर्व सीईओ, का भी नाम रणनीतिक नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं।

प्रारम्भिक शिक्षा में नेतृत्व शैली Leadership Style in Elementary Education

इस लेख में पहले ही इस बात को स्वीकार किया गया है कि अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग नेतृत्व शैली पर कार्य करना पड़ता  है, इसी के मद्देनजर आगे के पैराग्राफ में देखने का प्रयास करेंगे कि शिक्षा के क्षेत्र में किस तरह के नेतृत्व शैली किस – किस परिस्थितियों में किस-किस तरह के परिणामों के लिए अपनाई जा सकती है। देखें बॉक्स–

Leadership

 

https://emeritus.org/in/learn/what-is-leadership/

निष्कर्ष
शिक्षा के लिए एक ही नेतृत्व शैली जो सर्वगुण स्वरूप मानी जा सके उसे नहीं पाया जा सकता है, क्योंकि विभिन्न परिस्थितियों और प्रासंगिकताओं में भिन्न प्रयासों की आवश्यकता हो सकती है।

By rstedu

This is Radhe Shyam Thawait; and working in the field of Education, Teaching and Academic Leadership for the last 35 years and currently working as a resource person in a national-level organization.

2 thoughts on “Leadership Style”
  1. Wonderful content. Thank you for sharing. I’ll try to disseminate somewhere. Let me see opportunity

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